" Rich Dad Poor Dad " Book Summary in Hindi
Chapter 1 :
हमें से ज्यादातर लोग एक फादर के अंदर बड़े होते हैं, उनसे सीखते हैं। लेकिन रसड़ा 200 की ऑथर रॉबर्ट क्यूँ? सबकी लाइफ हमसे थोड़ी डिफरेंट है। वो अपने दो फादर्स के अंदर बढ़े हुए थे। एक थे उनके खुद के फादर जिन्हें उस बुक में अपना पुअर डैड कहते हैं और दूसरे उनके फ्रेंड माइक के फादर, जिनके साथ वो काफी वक्त गुजारते थे। 19 बुक में वो अपने रेजिडेंट कहते हैं। उनके फूड बहुत ज्यादा पढ़े लिखे थे। उन्होंने पीएचडी किया था और फिर स्कॉलरशिप पे ऐडवान्स स्टडीज़ भी की, जबकि उनके रिच डैड ने कभी आठवीं क्लास भी पास नहीं की थी। दोनों डेट्स अपने कैरिअर में बहुत सक्सेसफुल थे लेकिन उनके पुअर डैड के साथ हमेशा पैसों को लेकर प्रॉब्लम रहता था। जबकि उनके रिच डैड शहर के सबसे अमीर आदमी में से थे। पूरा डैड ने मरने से पहले अपनी फैमिली के लिए बिल छोड़े, जबकि रिच डैड ने अपनी फैमिली के लिए मिलियन डॉलर्स छोड़ें। दोनों डैड की सोच बहुत ही अलग थी। जैसे पुड़ी कहते थे कि पैसों से प्यार ही सारी बुरे कामों की जड़ है, जबकि रेजिडेंट कहते थे कि पैसे ना हो, ना सारे बुरे कामों की जड़ है। पूरा डेड कहते थे कि पढ़ाई करो, डिग्री लो और एक अच्छी जॉब जबकि रेजिडेंट कहते थे कि पढ़ाई करो ताकि तुम आगे जाके एक अच्छी कंपनी बाईकर्स को पूरा डैड जॉब करने पर फोकस करते थे। जबकि रेजिडेंट सोचते थे कि वो कैसे दूसरों को जॉब दे सकते हैं। उनके पुअर डैड हमेशा कहते थे कि मैं कभी अमीर नहीं बन सकता, जबकि उनके रिश्ते डैड हमेशा अपने आप को रिज भुला देते हैं। इवन जब उनकी फाइनैंशल कंडीशन बिल्कुल खराब ही क्यों ना हो तब भी वो अपने आप को रिची बुलाते थे। कभी ये नहीं सोचते थे कि वो पुअर है या किसी से कम है। इसका रीज़न ये है की हम जैसा सोचते हैं हमारी जिंदगी में वैसा ही होता है। दोनों डेट्स एजुकेशन को भी बहुत मानते थे लेकिन अलग अलग चीजें पढ़ते थे। एक डैड अच्छी जॉब के लिए पढ़ते थे और दूसरे डैड अमीर बनने के लिए पढ़ते थे। पुअर डैड कहते थे कि मैं ये अफोर्ड नहीं कर सकता। मैं वो अफोर्ड नहीं कर सकता। जबकि रेजिडेंट को जब कुछ चाहिए होता था तो वो सोचते थे कि मैं यह कैसे अफोर्ड कर सकता हूँ? थिस डेट का मानना है कि अमीर बनने के लिए आपका दिमाग तेज होना चाहिए और तेज दिमाग के लिए आपको अपने दिमाग को चलाना होगा। आपका दिमाग जितना चलेगा वो उतना ही तेज होता जाएगा जब आप खुद से किसी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन निकालते हो, कुछ आइडिया सोचते हो। तो सबका ब्रेन मसल्स स्ट्रॉन्ग होते हैं, ये कह देना कि नहीं अफोर्ड नहीं कर सकता। वो कहते थे कि यह कहने से आपका दिमाग बंद हो जाता है और कुछ सोचेगा नहीं। दिमाग को तेज करने के लिए उसे चलाया करो। आपका दिमाग जितना चलेगा आप उतना ही अमीर बन सकोगे। रॉबर्ट उस टाइम पे बहुत ही छोटे थे और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो दोनों फादर्स में से किसकी सुने है। प्रॉब्लम ये था कि रिच डैड उस वक्त रिच नहीं थे, बस उनकी सोच पुअर डैड से अलग थी। वो हर चीज़ पुअर डैड से डिफ़रेंट ही करते थे और इसी वजह से फिर वो आगे जाके इतना अमीर भी बने हमारे जो स्कूल्स है वो हमे अच्छा डॉक्टर, लॉयर और बैंकर तो बनाते हैं, लेकिन स्कूल मैं यह नहीं सिखाया जाता कि अमीर कैसे बनते हैं? इसके बारे में बच्चों को घर में सिखाया जाता है। लोग बचपन से ही अपने बच्चों को इस बारे में एजुकेशन देते हैं जो की ऑथर ने भी अपने रेजिडेंट से सीखी और आज आप इस बुक समरी से सीखेंगे। ये भी याद रखना कि अगर पैसो से ज्यादा कोई इम्पोर्टेन्ट चीज़ है तो वो है नॉलेज। अगर आपको ये पता होगा कि आप किस तरह पैसे बना सकते हो तो ये चीज़ आपके बहुत काम आएगी। पैसा आने जाने वाली चीज़ है लेकिन नॉलेज आपके पास हमेशा रहेंगी। तो चलिए शुरू करते हैं।
Chapter 2 :
रॉबर्ट को बचपन से ही अमीर बनने का बहुत शौक था वो उनके फ्रेन्ड माइक एक ही स्कूल में पढ़ते थे और काफी टाइम एक साथ गुजारते थे। 1 दिन ऑथर ने अपने पुअर डेट से पूछा, डैड आप अमीर क्यों नहीं आया? तो उनके डैड ने उनसे कहा कि वो इस लिए अमीर नहीं है क्योंकि वो एक स्कूल टीचर हैं और उन्हें इसके बारे में ज्यादा नॉलेज नहीं है। फिर पुअर डैड ने रॉबर्ट और माइक से कहा कि वो दोनों माइक के फादर के पास जाएं और उनसे पैसों के बारे में सीखें है। माइक ने पूछा, मेरे फादर क्यों? वो तो रिच नहीं है तो उसमें पुअर डैड ने कहा उनका और माइक के फादर का एक ही बैंकर हैं और बैंकर माइक के फादर की बहुत तारीफ करता है। उनका मानना है कि माइक के फादर कुछ ही टाइम में बहुत पैसे वाले होंगे। रॉबर्ट और माइक ने डिसाइड किया की वो माइक के फादर के पास जाएंगे, उनसे सीखेंगे क्या? ये कैसे बनते हैं मीट के फादर जिन्हें इस बुकमार्क और थर्ड कहते हैं वो काफी बीज़ी रहते थे। उनके कुछ वेयर हाउसेस थे, कुछ स्टोर्स थे, एक कंस्ट्रक्शन कंपनी थी और तीन रेस्टोरेंट्स थे। उन्हें इतना टाइम नहीं मिलता था, लेकिन फिर भी उन्होंने रॉबर्ट से मिलने के लिए एग्री कर लिया। जब रॉबर्ट माइक के घर गए तो उन दोनों को थोड़ा वेट करना पड़ा। या फिर जब फाइनली वो रिलीज डेट से मिले टूरिस्ट ने उन्हें ऑफर दी? ऑफर ये थी रिच डैड ने कहा कि उन्हें क्लासरूम स्टाइल में नहीं सिखायेंगे। रॉबर्ट और माइक्रो उनके लिए काम करना पड़ेगा। उनके स्टोर पे और बदले में उन्हें 1 घंटे के देंगे और रिज बनाना सिखाएंगे। रॉबर्ट और मैक ना ऑफर एक्सेप्ट कर ली और फिर हर सैटरडे के स्टोर पे काम करते हैं। वो वहाँ जाकर सफाई वगैरह करते थे। रॉबर्ट आर्मी की यही रूटीन चलती रही और काफी दिनों तक उन्होंने यही किया। चार हफ्ते बाद रॉबर्ट से थक चूके थे। क्योंकि ना तो उन्हें इस काम की बहुत अच्छे पैसे मिल रहे थे और ना ही रिच डैड उन्हें कुछ सीखा रहे थे, उन्होंने चार हफ्तों से रिच डैड को देखा तक नहीं था। रॉबर्ट ने माइक से कहा तो ये काम छोड़ रहा है। यह सुनकर माइक को हँसी आने लगी और यह देख के रॉबर्ट को गुस्सा आया। उन्होंने गुस्से में माइक से पूछा क्यों क्यों हस रहा है? माइक ने कहा कि उसके फादर को शुरू से इसके बारे में पता था।
रेजिडेंट न माइक से कहा था कि रॉबर्ट काम छोड़ देगा और जब वो ऐसा करे तो माइक रॉबर्ट को उनके पास लेकर आये। रॉबर्ट कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर रेजिडेंट ने ऐसा क्यों किया? क्यों उनसे फ़िज़ूल में इतना काम कर्वाया और कुछ सिखाया भी नहीं? ऑथर के जो रियल पुअर डैड थे वो भी बहुत गुस्से में थे और उन्होंने रॉबर्ट से कह दिया था कि वो एक काम छोड़ दें। सैटरडे को रॉबर्ट फिर से रिच डैड से मिले और इस बार काफी गुस्से में थे और उन्होंने रिच डैड से कहा, मैंने आपके लिए काम किया, अपने बेसबॉल गेम्स मिस किए, इतनी मेहनत की और बदले में आपने मुझे कुछ भी नहीं सिखाया। आप भी बस दूसरों की तरह लालची हो। रॉबर्ट ने अपना सारा गुस्सा रिज़ल्ट पर निकाल दिया और फिर रेजिडेंट ने कहा, रॉबर्ट तुम मेरे वर्कर्स की तरह बिहेव कर रहे हो। फिर रॉबर्ट ने कहा कि पैसे बड़ाना तो अलग बात है, लेकिन रिच डैड हैं। उन्हें कुछ सिखाया भी नहीं तो उसके रिप्लाइ में रिच डैड ने कहा कि वो रॉबर्ट और माइक को पहले दिन से सीखा रहे हैं। इसमें रॉबर्ट ने हैरान होकर बोला, आपने हमें कब सिखाया? आपने तो हमसे बात भी नहीं की। रेजिडेंट ने कहा, रॉबर्ट सिखाने का मतलब सिर्फ यह नहीं होता, क्या आप किसी को कोई लेक्चर दो? मैंने तुम्हे लाइफ का एक्सपीरियंस दिया है। रॉबर्ट कुछ समझ नहीं आ रहा था कि रिज़ल्ट क्या बात कर रहे हैं। कौन सा एक्सपीरियंस क्या सिखाया है। रॉबर्ट ने रिलीज डेट से बिल्कुल क्लियरली कह दिया, मैंने स्टोर पे काम करके आखिर क्या सीखा है? आप मेरे पैसे बढ़ाए, मुझे सिखाए वरना मैं ये काम छोड़ दूंगा। डैड ने कहा देखो ज्यादातर लोग यही करते हैं क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि ज्यादा पैसे आने से उनकी प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी। मशुर थोड़ी कन्फ्यूजन आपको भी हो रही होगी क्या? आखिर क्यों रिचर्ड ने रॉबर्ट से स्टोर पे काम करवाया? वो आखिर रॉबर्ट को क्या सीखाना चाह रहे थे? बेसिकली यहाँ पे रजिस्टर्ड रॉबर्ट को बता रहे हैं कि ज्यादातर लोग क्यों पुअर रह जाते हैं, वो क्या गलती करते हैं। प्रेशर पुअर में एक सबसे बड़ा फर्क ये होता है के पुअर लोग सारी जिंदगी पैसों के लिए काम करते हैं जबकि रिश लोग पैसों के लिए काम नहीं करते हैं। पैसा उनके लिए काम करता है। इससे और एक्सप्लेन करने के लिए मैं आपको आगे से एग्जाम्पल भी दूंगा की कैसे? रॉबर्ट और मिक ने इस लेसन को अप्लाइ किया। रेज़िडेंट रॉबर्ट और माइक को बताना चाहते थे कि पुअर लोग पूरी लाइफ क्या करते हैं और इसीलिए उन्होंने उनसे स्टोर पे काम करवाया। पोल लोग पूरी लाइफ किसी और के लिए काम करते हैं और फिर कहते है क्यों ना ज्यादा सैलरी चाहिए उन्हें ऐसा लगता है के ज्यादा सैलरी से उनकी प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी, लेकिन ऐसा होता नहीं है और इसका रीज़न मैं आपको बताता हूँ। मान लो तीन भाई हैं, जिनकी नई शादी हुई है और वो सारे एक ही एरिया में रहते हैं। अब देखा जाए तो उनके खर्चे जीतने होने चाहिए क्योंकि सब एक ही एरिया में रहते हैं और तीनों पे सिर्फ अपनी वाइफ रिस्पॉन्सिबिलिटी है। लेकिन क्या तीनो हर महीने एक जीतने पैसे खर्च करते होंगे? बिलकुल नहीं। तीनों में से जो भाई सबसे ज्यादा कमाता होगा चान्सेस है की वो भाई सबसे ज्यादा खर्च भी करता होगा और जो सबसे कम कमाता होगा वो सबसे कम खर्चा करता होगा। सब की जरूरत एक जितनी है लेकिन फिर भी सब खर्चा अपनी इनकम के हिसाब से करते हैं। आप ही मुझे बताओ अगर आपकी इनकम डबल कर दी जाए तो अपने खर्चे नहीं बढ़ाओगे बिल्कुल बढ़ाओगे आप ज्यादा बड़े रेस्टोरेंट्स में जाओगे तो छोटी मार्केट्स के बजाय बड़े मॉल्स में जाओगे।
रिच डैड रॉबर्ट को वही समझाना चाह रहे थे कि ज्यादातर लोग इस जाल में फंस जाते हैं। सबसे पहले तो रॉबर्ट से काम करवाया ताकि उसे पता चले की पुअर लोग सारी जिंदगी क्या करते हैं। इसके बाद जब रॉबर्ट ने अपनी पे बढ़ाने की बात की तो रिच डैड ने उसे रेड ड्रेस के बारे में बताया। ये वही जाल है जिसके बारे में अभी मैंने आपको बताया मतलब अपनी सैलरी के साथ अपने एक्स्पेन्सस का बढ़ना। अब आप सोच रहे होंगे की भाई ये क्या कह रहा है? ज़ाहिर सी बात है कि अगर सैलरी बढ़ेगी तो प्रॉब्लम्स कम होंगी। हम आराम से अपने खर्चे पूरे कर सकेंगे। टाइम पे बिजली का बिल जमा करवाएंगे, स्कूल फीस देंगे। देखो इस तरह शुरू में तो आपको ऐसा लगेगा की सैलरी बढ़ने से आपकी प्रॉब्लम्स कम हो रही है, लेकिन कुछ ही टाइम में आप वही प्रॉब्लम है। फिर से फेस करोगे मैं आपको एग्ज़ैम्पल समझाता हूँ की ये क्या है और क्यों? आपकी सैलरी बढ़ने से आपकी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होंगी। मान लें कि फैमिली है जिसमें हस्बैंड, वाइफ और दो बच्चे रहते हैं। अब हस्बैंड एक नॉर्मल सी जॉब करता है, बच्चे स्कूल जाते हैं, वाइफ घर के काम करती है, हस्बैंड का 1 दिन प्रमोशन होता है और सैलरी बढ़ जाती है। इसी खुशी में वो अपनी बीवी को कोई ज्वेलरी लाकर देता है और बच्चों को प्ले स्टेशन लाकर देता है और प्लेस्टेशन से हर महीने का इलेक्ट्रिसिटी बिल बढ़ जाता है। इसके अलावा उसकी वाइफ डिमांड करती है। क्यों घर में एसी भी लगवाए? जिसमें हस्बैंड अपनी सारी सेविंग खर्च कर देता है और एसी लगवा के दे देता है। इससे फिर इलेक्ट्रिसिटी का बिल और बढ़ जाता है। एक बार फिर हस्बैंड आ गया जहाँ वो पहले था और मुश्किल से अपने खर्चे पूरे कर रहा है। कुछ सालों बाद उसने अपनी कंपनी माम् और सचिव किया और उसकी इनकम बहुत बढ़ गई। फिर बच्चों की स्कूल खत्म हुई और उनके कॉलेज एडमिशन का टाइम आ गया। अब उसने सोचा कि उसके बच्चे है, किसी अच्छे कॉलेज में पढ़े हैं और उसने महंगी कॉलेज में एडमिशन करवा दिया। बच्चों की पॉकेट मनी भी बढ़ानी पड़ी। हम में से ज्यादातर लोगों की लाइफ ऐसे ही है। सैलरी के साथ हमारे एक्स्पेन्सस भी बढ़ते रहते हैं। इसी को रेट ट्रेस कहते हैं। सबसे पहले आप डर की वजह से काम करते हैं। आपको डर होता है की अगर आप काम नहीं करेंगे, ऑफिस नहीं जाएंगे तो आपके खर्चे नहीं चल पाएंगे। एक बार आपके हाथ में इनकम आती है फिर आपको नई नई चीज़े दिखती है जैसे नए कपड़े, बाहर का खाना, मॉल में जाना ये लाइफ इसी तरह चलती रहती है। अब ऐसा नहीं है की सैलरी बढ़ने से आपको बिल्कुल फायदा नहीं होगा। फायदा होगा लेकिन फायदा उसी वक्त होगा जब आप उस ऐडिशनल इनकम को सेफ करे और फिर उसे सही जगह यूज़ करें। अगर उस इनकम से आप अपने खर्च भी बढ़ा लेंगे तो आप रेट रेस का हिस्सा है और ट्रेस वाले लोग कभी अमीर नहीं बन सकते। हमेशा टेंशन में जिंदगी गुजारेंगे। अब ये भी सोच रहे होंगे की यार ये क्या बात हुई, अमीर लोग क्या नया घर नहीं लेते, नई गाड़ियां नहीं चलाते, बिल्कुल चलाते हैं और वो भी खर्च करते हैं लेकिन उसका भी एक सही तरीका होता है। सही वक्त होता है जिसके बारे में हम हमने चैपटर में बात करेंगे। इस चैपटर से आपने दो बातें सीखनी है? पहली रेस के इस जाल से बचना है। अगर आपकी सैलरी बढ़ रही है तो उसे अपने खर्चे ना बढ़ाओ बल्कि उसे सेफ करो और फिर उस इनकम से क्या करना है वो मैं आपको बताऊँगा।
दूसरा अमीर लोग पैसों के लिए काम नहीं करते, पैसा उनके लिए काम करता है। रॉबर्ट ने सन् को कैसे अप्लाई किया, अब ये मैं आपको बताता हूँ। उस टाइम पे बच्चे बहुत पढ़ते थे और रॉबर्ट ने देखा कि बहुत से डिस्ट्रिब्यूटर्स जब बुक्स पुरानी हो जाती थी तो उन्हें फेंक देते थे। रॉबर्टो माइक नेम ऑन डिस्ट्रिब्यूटर्स से बात की। क्यों बुक्स उन्हें दे दे डिस्ट्रिब्यूटर्स ने उनसे कहा कि उसी शर्त पर उन्हें कॉमिक बुक देंगे अगर वो निधि सेल ना करे। माइक्रो रॉबर्ट ने उनकी शर्त मान ली और माइक के घर में जो बेसमेन्ट था वहाँ पे एक लाइब्रेरी खोली। वहा पे बच्चो को टैक्स पे करने होते थे और फिर 2 घंटे में वो जितनी चाहे कॉमिक बुक से पढ़ सकते थे की छोटी बहन को ऐसा लाइब्रेरी इन हायर किया और उसे वीकली $1 पे करते थे। मैं ये बता दूँ कि 1956 की बात है और जीस टाइम पे रॉबर्ट और माइक ने लाइब्रेरी खोली थी। उस टाइम पे वो डिस दैट केस स्टोर पे भी काम करते थे और इस बार उन्हें कुछ भी नहीं मिल रहा था। रिज़ल्ट चाहते थे कि रॉबर्ट और माइक पैसों के लिए काम ना करे। वो कुछ ऐसा सोच रहे, कुछ ऐसा करें जिससे पैसा उनके लिए काम कर रहे हैं और उन दोनों ने कर दिखाया। उन्हें लाइब्रेरी में काम नहीं करना पड़ता था लेकिन फिर भी वो पेशेंट कर रहे थे। उन्होंने माइक सिस्टर को हायर किया हुआ था और उससे पैसे दे रहे थे। इन अदर वर्डस पैसा उनके लिए काम कर रहा था और उन्हें और ज्यादा पैसा कमा के दे रहा था। इसलिए आप भी सोच रहे हैं कि पैसा किस तरह आप के लिए काम कर सकता है। आप कैसे सही जगह पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं? कोई आइडिया निकालें, थोड़ी रिसर्च करें, ये किसी एक्सपिरियंस बंदे से पूछें। इसमें पैसा आपके लिए काम करें।
Chapter 3 :
1923 में एक मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में उस टाइम के सबसे अमीर और पॉवरफुल लोग आए थे। इनमें थे चार्ल्स को आप जीस टाइम पे स्टील कंपनी के प्रेसिडेंट थे सैम्यूल इन्स्टॉल जो सबसे बड़ी यूटिलिटी के प्रेसिडेंट थे राउट ऑफ सिन जो सबसे बड़ी गैस कंपनी के प्रेसिडेंट थे लियोन फ्रीज़र, जो एक बैंक प्रेसिडेंट थे रिचर्ड बाइट न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के प्रेज़िडेंट इसके अलावा इस मीटिंग में थे एवर क्रूगर, अर्थर कॉटन जैसी लिवरमोर और ऐल्बर्ट फॉल। ये सारे लोग उस टाइम के सबसे अमीर आदमी थे। इस मीटिंग में 25 साल बाद इन सब की ये हालत थी। चार स्कोप की डेथ हो गयी और जब उनकी डेथ हुई तो उनके पास एक भी पैसा नहीं था। यहाँ तक कि अपनी जिंदगी के आखिरी 5 साल उन्होंने कर्जा लेकर गुजारी। ट्रिगर और आर्थर कॉटन। ये दोनों भी जब मरे हैं तो उनके पास एक भी पैसा नहीं था। रिचर्ड वाइटनी और ऐल्बर्ट फॉल दोनों जेल से छूटे थे।
फ्रेशर और लिवर मोड दोनों ने सुसाइड कर ली। सवाल यह कि आखिर इनके साथ क्या हुआ था? ये मीटिंग 1923 में हुई थी और 1929 में यू एस ए की इकॉनमी क्रैश हो गई थी और बहुत से लोग रस्ते पे आ गए थे। ये नुकसान बाकी लोगों के साथ साथ इन अमीर लोगों को भी हुआ था और इससे इनकी जिंदगी में बहुत फर्क पड़ा। अब ये सारे तो बहुत ज्यादा अमीर लोग थे लेकिन उनके साथ जो हुआ वो बहुत से लोगों के साथ होता है। बहुत से ऐसे बॉक्सर्स और स्पोर्ट्समैन हैं जिनके पास एक टाइम पे मिलियन्स होते हैं, लेकिन फिर कुछ ही सालों में उनके पास एक भी पैसा नहीं बचता और वो नॉर्मल सी जॉब कर रहे होते है। बहुत से ऐसे पुअर और मिडल क्लास लोग हैं जिन्हें लॉटरी लगती है और उनके पास बहुत पैसा आ जाता है। लेकिन फिर एक वक्त आता है जब उनकी वही पहले जैसी हालत हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग पैसों पे बहुत ज्यादा फोकस करते हैं, जबकि ऑथर एडवाइस करते हैं क्या पैसों पर नहीं अपनी फाइनेंशियल एजुकेशन पे फोकस करो। फाइनैंशल का मतलब है क्या? आपको अपने पैसा ग्रो करना आना चाहिए, उसे संभालना आना चाहिए। अगर आपके पास पैसा है और फाइनैंशल एजुकेशन नहीं है तो फिर वो पैसा आपके पास ज्यादा टाइम तक नहीं रहेगा। बहुत से लोग उधर से पूछते हैं, क्यों कैसे स्टार्ट ले सकते हैं? कैसे मिलियनेर बन सकते हैं? फाइनैंशली फ्री हो सकते हैं। उन सब को ऑथर वही बताते हैं जो उनके रजिस्टर्ड उन्हें बताते थे। वो कहते हैं कि अपनी फाइनैंशल एजुकेशन पे फोकस करो ये जो फाइनैंशल एजुकेशन का सब्जेक्ट है, ये आप एक बार में नहीं सीखते, ऐसे सारी जिंदगी सीखते रहते हैं। इसके लिए पैसों से रिलेटेड बुक्स पर हो, अमीर लोगों से सीखो, सेमिनार अटेंड करो। ये सब्जेक्ट सिर्फ पढ़ के नहीं सीखा जाता है, बल्कि आपको ऐक्शन भी लेना होगा। जब रॉबर्ट की उस्ता की और उनके फ्रेंड माइक छोटे थे, उसी वक्त से रिच डैड ने उन्हें फाइनैंशल एजुकेशन देना शुरू कर दी थी। 1 दिन रॉबर्ट ने रिलीज डेट से पूछा कि अमीर बनने का सबसे बड़ा सीक्रेट क्या है? तो इस पेरिस डेट ने कहा अमीर बनने का सिर्फ एक ही सीक्रेट है वो ये की आपको ऐसेट्स और लाइबिलिटीज के बीच का डिफरेन्स पता होना चाहिए और आपको ऐसेट्स बी करना है। वैसे फाइनैंशल एजुकेशन का सब्जेक्ट बहुत ही दीप है, लेकिन ये जो प्रिन्सिपल है ये अमीर लोगों का सबसे बड़ा सीक्रेट है। रेट कहते हैं कि सबसे इम्पोर्टेन्ट रूल है और अमीर बनने के लिए ये सिर्फ एक ही रूल है। अगर इसे फॉलो करोगे तो आप रिज बन जाओगे। अब क्वेश्चन ये है की ये ऐसेट और लायबिलिटी क्या है? ऐसेट मतलब कोई भी ऐसी चीज़ जिससे आपके पास पैसे आये जैसे मान लो आपके पास एक घर है जैसे आपने रेंट पे दे दिया। अब हर महीने आपको उसका रेट मिलेगा। तो ये कैसेट है लायबिलिटी मतलब वो चीज़ जो आप से पैसे लेती है। जैसे अपने घर में ऐसी लगवाया जिससे हर महीने इलेक्ट्रिसिटी का बिल बढ़ जाएगा, तो ये एक लाइबिलिटी है। बहुत से लोगों को चीजों को कॉम्प्लिकेटेड करने में मज़ा आता है। लेकिन रिच डैड हमेशा चीजों को सिंपल लगते थे और सिंपल करके वो रॉबर्ट और माइक्रो सिखाते थे। अगर आप किसी अकाउंट से ऐसे ऑटो लाइबिलिटी की डेफिनेशन पूछेंगे तो शायद आपको कोई और जवाब मिले, लेकिन डिश डैड की डिक्शनरी में ऐसेट और लाइबिलिटी का यही सिंपल मीनिंग है। तो अगर आपको अमीर बनना है तो सिम्पली अपनी लाइफ में ऐसेट्स बाइ करो और अगर गरीब रहना है तो लायबिलिटीज बाइकरों अब आप सोच रहे होंगे की यार ये क्या बात हुई, अमीर लोगों के घर में क्या ऐसी नहीं लगा होता? उनके पास गाड़ियां और लग्शुरीअस नहीं होती। बिलकुल होती है।
अमीर लोग बहुत सी लग्शुरीअस बाइक करते हैं और रॉबर्ट क्यों सा? के पास भी बहुत सी गाड़ियों और लग्शुरीअस है। लेकिन वो कहते हैं कि अमीर लोग उसी वक्त लग्शुरीअस बाइक करते हैं जब उनके ऐसिड्स में से ऐक्सेस इनकम आ रही हो। उनके पास इतने ऐसिड्स होते हैं कि उनके एक्स्पेन्सस तो निकल जाते हैं, लेकिन साथ ही उनके पास और भी बहुत पैसे बच जाते है और फिर उससे वो लग्शुरीअस बाइक करते हैं। जब पूरा लोग पूरा महीना काम करके है सैलरी अर्न करते हैं तो सिर्फ एक्स्पेन्सस पूरे करते हैं। जब मिडल क्लास के पास इन काम आती है तो उससे वो एक्स्पेन्सस पूरे करते हैं और डायबिटीज़ बार करते हैं जिससे अगेन एक्स्पेन्स बढ़ जाते हैं, जबकि ऋषलो के पास ऐसेट्स बहुत ज्यादा होते है। उनके ऐसेट कॉलम में से जो इनकम आती है मतलब उनके रीयल एस्टेट से जो रेट मिलता है उनके स्टॉक्स बिज़नेस इन सबसे जो इनकम आती है उससे एक्स्पेंसेस पूरे करते हैं और बची हुई इनकम से फिर से सिडबी कर लेते हैं। इसलिए लग्शुरीअस आप उसी वक्त बाइक कर सकते हो जब आपके ऐसेट कॉलम बहुत बढ़ जाए। इसके अलावा लास्ट चैपटर माम् हमने के बारे में बात की थी। क्यों इनकम बढ़ने से लोग की प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होती। वो सॉल्व इसलिए नहीं होती क्योंकि वो एडिशनल इनकम से है। वहीं लाइबिलिटीज बाई कर लेते हैं। आपके पास जब एडिशनल इनकम आये तो आपको उसे ऐसे इस बार करना है? ऐसेट की बेसिक डेफिनेशन मैंने आपको बता दी है। अब ऐसेट्स कौनसे बी करना है या आप पर डिपेंड करता है।
जैसे ऑथर मोस्टली रियल एस्टेट और स्टॉक्स बी करते हैं। आप ऐसे इसपे थोड़ी रिसर्च करो और अपने ऐसेट कॉलम को बिल्ड करना शुरू करो। ज़रूरी नहीं है की ऐसेट्स में आप घर ही खरीदो। मोस्टली लोगों के लिए वो करना भी इम्पॉसिबल होगा। ऐसेट्स के लिए बहुत से ऑप्शंस हैं। आपको थोड़ा सर्च करना होगा, कुछ सोचना होगा। जैसे रॉबर्ट और मिक ने एक लाइब्रेरी खोली थी, वो भी एक ऐसेट था। उससे इनके पास इनकम आ रही थी और वो भी बिना काम करें। बहुत से लोग सोचते है की जॉब भी एक कैसेट है, लेकिन जॉब कोई ऐसेट नहीं है। ऐसेट ऐसा होना चाहिए जहाँ आपके पास बिना काम करें इनकम आये और फिर ये भी कहते हैं की ऐसेट्स ऐसे बाइकरों जो आपको पसंद हो, जिनमें आपका इन्ट्रेस्ट हो। ऐसे ऐसिड्स को आप सही से मैनेज कर पाओगे। इस चैपटर में हमने दो इम्पोर्टेन्ट बातें सीखी है पहली अमीर बनने के लिए सबसे इम्पोर्टेन्ट है फाइनैंशल एजुकेशन। ये टॉपिक आपको स्कूल में नहीं सिखाते हैं। आपको खुद से सीखना होगा और ये तो सिर्फ एक ही बुक हैं। ये सब्जेक्ट लोग अपनी पूरी जिंदगी सीखते हैं, इसलिए फाइनैंशल एजुकेशन पे ध्यान दो। दूसरा लहसन अमीर बनने के लिए ऐसेट्स खरीदो और लग्शुरीअस उसी वक्त खरीदना जब आपके ऐसेट्स बहुत बढ़। जाए चैपटर फ़ोर स्टॉप सबने देखा होगा। हर कंट्री में उसकी ब्रान्चेस है 1974 में, जो कि मैकडॉनल्ड्स के ओनर है उन्हें एक यूनिवर्सिटी में पब्लिक स्पीकिंग के लिए बुलाया था और वह सारे एमबीए के स्टूडेंट्स बैठे थे। स्टेइंग खत्म होने के बाद स्टूडेंटस ने रेखों ऐसे ही ड्रिंक के लिए इनवाइट किया तो फिर वो सारे वहा गए और काफी देर तक बैठे बातों बातों में रहने स्टूडेंट से पूछा क्या मुझे कोई बता सकता है कि मेरा क्या बिज़नेस है? तो सवाल पे सारे स्टूडेंट्स लगे और फिर एक ने कहा, रे किसे नहीं पता कि तुम्हारा बिज़नेस बर्गर सेल करने का है? तो सपेरे ने कहा गलत मेरा बिज़नेस बर्गर सेल करने का नहीं है। मेरा बिज़नेस हैं रियल एस्टेट। वैसे मैकडॉनल्ड से बर्गर ही मिलते हैं लेकिन एक चीज़ जिसका ये बहुत ज्यादा ख्याल रखते हैं वो थी फ्रैन्चाइज़ की लोकेशन। मैकडॉनल्ड्स की बहुत सी फ्रैन्चाइज़ है और अगर किसी भी फ्रैन्चाइज़ को सक्सेसफुल बनाना है तो उसकी लोकेशन सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है।
जब किसी भी कंट्री में कोई मैकडॉनल्ड्स खोलता है तो उस जमीन को उस रियल एस्टेट को मैकडॉनल्ड्स के नाम से बात करता है। इसी वजह से आज मैकडॉनल्ड्स के पास इतना रियल एस्टेट है जितना पूरी दुनिया में किसी के पास नहीं है। अगर एक रोग सिर्फ बर्गर्स बनाने पर ध्यान देते हैं तो शायद वो कभी इतना अमीर नहीं बन पाते, लेकिन उन्होंने अपने ऐसेट कॉलम को बिल्ड किया है। मैकडॉनल्ड्स के रियल एस्टेट बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी वजह से उनके ऐसेट्स और इनकम भी बढ़ रही है। रेज़िडेंट बचपन में रॉबर्ट को भी यही सिखाते थे। इस चैपटर में ऑथर ने अमीर लोगों का सीक्रेट थ्री बताया है, जो हैं माइंड योर ओन बिज़नेस। मतलब अपने ऐसेट कॉलम को बिल्ड करो। अभी ये पॉइंट हम ऑलरेडी लैस चैपटर में डिस्कस कर चूके हैं लेकिन इस चैपटर मैं आपको उसी से रिलेटेड कुछ इम्पोर्ट लाइसेंस में देंगे। सबसे पहले तो ये जान लो कि एक इंसान का प्रोफैशन और बिज़नेस दोनों अलग अलग होते हैं। बहुत से लोग अपने प्रोफ़ेशन को बिज़नेस समझते हैं। जब ऑथर लोगों से पूछते हैं कि उनका क्या बिज़नेस है तो वो कहते हैं कि मैं बैंकर हूँ, मैं टीचर हूँ लेकिन इनका बिज़नेस नहीं है क्योंकि वो बैंक में काम करते है, उसके मालिक नहीं है। हमारे यहाँ लोग इसलिए पुअर रह जाते हैं क्योंकि उनके पास कोई ऐसेट या बिज़नेस नहीं होता। वो अपनी पूरी लाइफ किसी और के लिए काम करते हैं और इस पर्सन को अमीर बनाते हैं। फिर गवर्नमेंट को टैक्स पे करते हैं और फिर एंड में उनके पास कुछ नहीं बचता। ज्यादातर लोग स्कूल और कॉलेज में जाते हैं और जो पढ़ते है वही बन जाते हैं। अगर लॉ पढ़ रहे हैं तो लॉयर मेडिकल की फील्ड में है तो उससे रिलेटेड प्रोफ़ेशन ऐसा नहीं है की आपको ये सब नहीं करना चाहिए। ऑथर कहते हैं कि हर सोसाइटी में डॉक्टर, लॉयर बैन कर इन सब की जरूरत होती है। इसलिए आपको भी ये करना चाहिए। लेकिन साथ ही आपके पास अपने भी कोई ऐसेट्स होने चाहिए जहाँ पे आपको बिना काम करें। इनकम मिले लोग सिर्फ अपने ऐसेट्स पर फोकस करते हैं जबकि पुअर और मिडल क्लास अपनी सैलरी इस पर फोकस करते है। वो चाहते हैं कि उनकी सैलरी बढ़ जाये और अगर बड़े भी जाये तो उससे कोई फायदा नहीं होता क्योंकि उससे वो अपने एक्स्पेन्स ही बढ़ा देते हैं। ज्यादा सैलरी का उसी वक्त फायदा होगा अगर आप उस एडिशनल इनकम ऐसेट्स बी करो। यहाँ पे ऑथर ने एक और बात बताई हैं। वो कहते हैं कि जब भी आप जिंदगी में दूसरों से कुछ अलग करते हो तो प्रोब्लम्स आती है।
एक बार ऑथर को लोन की जरूरत थी तो उन्होंने बैंक में लोन के लिए अप्लाई किया। लेकिन बैंक वालो ने मना कर दिया और सिर्फ इस वजह से मना किया क्योंकि ऑथर ने रियल एस्टेट में बहुत पैसा इन्वेस्ट किया हुआ था। बैंक वालों को ये चीज़ अच्छी नहीं लगी कि सिर्फ एक इंसान अकेला रियल एस्टेट से इतना पैसा कमा रहा है। इसलिए याद रखना ये अगर आप लोगों के साथ चलोगे तो आपको सपोर्ट करेंगे, लेकिन फिर आप उन्हीं की तरह बन जाओगे उन जैसी जिंदगी गुजार ओके लेकिन अगर आप दूसरों से अच्छी जिंदगी चाहते हो तो आपको उनसे अलग चलना पड़ेगा। वो आपको सपोर्ट नहीं करेंगे। बहुत सी मुश्किल आएगी। शायद आपकी फैमिली आपको सपोर्ट ना करे, लेकिन उस रास्ते के आखिर में आपको रिवॉर्ड्ज़ भी फिर अच्छे मिलेंगे। आप में से जो अडल्ट्स इस वीडियो को देख रहे हैं, जो कोई जॉब करते हैं और पैसे कमाते हैं, उनके लिए ऑथर ने एक ही एडवाइस दी है आप लोग अपनी जॉब कंटिन्यू कर रहे हैं। एक अच्छे, हार्डवर्किंग एम्प्लॉई बनाए, लेकिन जब सैलरी आए तो उसे पूरा खर्च ना करें। अपने खर्चे कम से कम रखे, पैसे सेफ करे और फिर उन पैसों से ऐसे इस बार करें। इसके अलावा अगर आपके कोई बच्चे हैं उन्हें भी इस चीज़ के बारे में सिखाइए। उन्हें ऐसिड्स और डायबिटीज़ के बारे में बताएं। इस वक्त में आपने जो सीखा है, उनके साथ शेर करें। जो लोग। अभी स्टडी कर रहे हैं। वो अपनी स्टडीज़ कंटिन्यू करे, किसी अच्छे प्रोफेशनल में जाये और जब उनकी जॉब हो जाये तो ज्यादा से ज्यादा सेविंग करें। अपने खर्चे कम करें और फिर उससे विंग से ऐसिड्स बाइ करें।आप इस चीज़ को जितना जल्दी समझेंगे और अप्लाई करेंगे, आप उतना ही जल्दी रेंज बनेंगे। अगर ऐसिड्स की बात करें तो वो कुछ भी हो सकते हैं, जिसमें आपको बिना टाइम दिए पैसे मिले है। जैसे कोई बिज़नेस हो सकता है जहाँ आपको हर वक्त काम करने की नीड ना हो और इनकम मिलती रहे। इसके एग्ज़ैम्पल है वो लाइब्रेरी जो माइक रॉबर्ट ने खोली थी। इसके अलावा आप रियल एस्टेट में इन्वेस्ट कर सकते हैं। बहुत से लोगों को लगता है एक रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट के लिए बहुत पैसा चाहिए। लेकिन यह सच नहीं है।
रियल एस्टेट में इन्वेस्ट करने के लिए कुछ तरीके होते हैं। ये वो रियल स्टेट के बारे में नहीं है, लेकिन आपको रियल स्टेट में बहुत सारी बुक्स मिल जाएगी। रोबर्ट ने भी रियल एस्टेट पे बुक्स लिखी है। आप वो भी पढ़ सकते हैं। इसके अलावा स्टॉक्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं, म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं, कोई भी एसिड बाइक कर सकते हैं, रॉबर्ट की उसकी रियल एस्टेट और स्टॉक्स में इन्वेस्ट करते हैं क्योंकि इन्वेस्टमेंट इन्वेस्टमेंट पसंद है। रिसेट हमेशा रोबोट को एडवाइस करते थे। क्या ऐसिड्स ऐसे बायो करने चाहिए, जो आपको पसंद हो? जिनमें आपका इन्ट्रेस्ट हो और अथॉरिटी जब ग्रैजुएशन कंप्लीट कर लिया तो उसके बाद उन्होंने काफी बड़ी कंपनी में काम किया। कई सालों तक जॉब्स की लेकिन साथ ही वो अपने एसिड कॉलम भी बिल्ड करते थे। वो अपनी जॉब के साथ साथ रियल एस्टेट स्टॉक्स में भी डील करते थे। उनके बारे में सीखते थे। रिश्वत पुअर में एक बड़ा डिफरेन्स ये है की पुअर लग्शुरीअस पहले बात करते हैं जबकि रिज लग्शुरीअस एंड मेबी करते हैं। वो अपनी सैलरी से लग्शुरीअस बात करते हैं। जबकि अपने ऐसिड्स इनकम से लग्शुरीअस बी करते हैं। वो अपने खून पसीने की कमाई से है। ये सब नहीं खरीदते हैं बल्कि अपने दिमाग चलाते हैं और उससे ये सब खरीदते हैं। रॉबर्ट के जो वाइफ है वो भी रियल एस्टेट में इन्वेस्ट करती है और अपनी बुक में बताते हैं क्योंकि वाइफ ने मर्सिडीज़ बाइक करने के लिए 4 साल वेट किया और फिर वो कार खरीदी। उस कार के लिए जीतने भी पैसे लगे। सब ऐसिड्स में से आये। उसके लिए उन्होंने काम नहीं किया। इसलिए आप भी थोड़ा पेशंस रखें और अपने ऐसेट्स की इनकम से बाइक करना।
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